हर वर्ष कि तरह इस वर्ष भी वार्षिक विश्व सतनामी सम्मेलन 29 दिसंबर 2018 से 1 जनवरी 2019 तक चिड़ी (रोहतक ) सतनामी चोकी में होना तय हुवा है |सभी साध सांगत का बुलावा है ||
मारवाड़ी भजन कबीर साहब की एक साखी :-कहया सुणयारी हे नहीं मारी हेली।
परसिया हीं परिहाण ।
अर्थात:- हमारे धर्म(सतनामी पन्त)और समाज का हर एक नियम मात्र कहने-सुनने का ही नही है बल्कि उन पर चलने का हमारा सामूहिक रूप से पहला दायित्व है।
अगर सरे पर नहीं चलते हैं तो हमें सांसारिक जीवन में भी किसी न किसी रूप में दुःख
(सजा स्वरूप) मिलता ही है।
हमें सदैव सुख ही मिला था
अगर दुःख का अन...