सुंदरता का मूल्य। सुंदरता का मूल्य। =========== एक अती सुन्दर महिला ने विमान में प्रवेश किया और अपनी सीट की तलाश में...
भीतर के “मैं” का मिटना जरूरी है। भीतर के "मैं" का मिटना जरूरी है। सुकरात समुन्द्र तट पर टहल रहे थे। उनकी नजर तट पर खड़े एक रोते बच्च...
ये है मनुष्य कि औकात फिर घमंड कैसा ये है हमारी औकात फिर घमंड कैसा एक माचिस की तिल्ली, एक घी का लोटा, लकड़ियों के ढेर पे, कुछ घण्ट...
मारवाड़ी भजन कबीर साहब की एक साखी मारवाड़ी भजन कबीर साहब की एक साखी :-कहया सुणयारी हे नहीं मारी हेली। परसिया हीं परिहाण । अर्थात:- ह...